Description
छात्र हों या युवा, हर कोई कुछ बनना चाहता है। कोई डॉक्टर, इंजीनियर, बैरिस्टर, जज, कुशल प्रशासक, कुशल प्रकाशक बनना चाहता है या कोई क्रिकेटर, फुटबॉलर, अभिनेता, गायक, वैज्ञानिक या सफल व्यवसायी बनना चाहता है। हर कोई बड़ा होकर जीवन में सफल होना चाहता है। लेकिन ऐसा नहीं है, अगर आप सफल होना चाहते हैं; तो आपको उन लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए विशिष्ट लक्ष्य, दृढ़ता, समर्पण, ध्यान और मजबूत इच्छाशक्ति चाहिए।
हर कोई अमर्त्य सेन, हरगोविंद खुराना, चंद्रशेखर, जगदीश चंद्र बोस, रवींद्रनाथ टैगोर, सचिन तेंदुलकर, सानिया मिर्जा या जमशेदजी टाटा नहीं हो सकता है, लेकिन निश्चित रूप से एक निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने में सक्षम होगा। मांगने और प्राप्त करने के बीच एक व्यापक अंतर है। दूरी को कम करने के लिए और वांछित वस्तु प्राप्त करने के लिए, किसी को विभिन्न अध्यायों में चर्चा किए गए मुद्दों को याद रखना चाहिए और इसे यथासंभव अपने जीवन में लागू करने का प्रयास करना चाहिए।
निम्नलिखित अध्यायों का वर्णन जीवन में मेरे अनुभवों, महान पुरुषों, विभिन्न पत्रिकाओं, समाचार पत्रों और हमारे देश व विदेश की पुस्तकों की सलाह पर आधारित मेरे शोध कार्यों के अनुसार किया गया है। यह आपके जीवन के रास्ते में आपका साथी होगा और आप जो करना चाहते हैं, वह कर पाएंगे। यह प्रशिक्षण केंद्रों, अभिभावकों और विद्यार्थियों के लिए एक पाठ्यपुस्तक भी है।
–प्रदीप कुमार राय
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